श्याम सुंदर से बोली मुरलिया,तुम बजाने के काबिल नहीं हो

banner श्याम सुंदर से बोली मुरलिया,तुम बजाने के काबिल नहीं हो, तेरी आदत बुरी है कन्हैया,साथ रहने के काबिल नहीं हो !! मैं तो सीधे बांस की बाँसुरिया,तुम तो टेढ़े हो मेरे सांवरिया, तुम तो नटखट हो बांके सांवरिया ,मुंह लगाने के काबिल नहीं हो,श्याम सुंदर से-बोली मुरलिया !! तुम तो वन वन मैं गैया चराते,और घर घर में माखन चुराते, तुमरी चोरी की आदत बुरी है,घर बुलाने के काबिल नहीं हो, श्याम सुंदर से-बोली मुरलिया !! तुम तो जमुना तट पर जाते,और सखियों का चीर चुराते, सारी गोपियों केदिल को दुखाते,दिल लगाने के काबिल नहीं हो,श्याम सुंदर से-बोली मुरलिया !! मेरी गोरी है राधा सहेली,तुम तो काले हो मेरे सांवरिया, तुमरे दो दो बाप दो दो मैया,मेरी राधा के काबिल नहीं हो, श्याम सुंदर से-बोली मुरलिया !! IFRAME SYNC

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट